shabd-logo

Deepak Kumar के बारे में

Assistant professor in FIITJEE

Other Language Profiles
no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Deepak Kumar की पुस्तकें

दीपक खुद से जलाना ही होगा

दीपक खुद से जलाना ही होगा

सूरज तो निकलेगा ही, तपन संग दमकेगा ही, छांव छोड़ बाहर आना ही होगा, तपिश उसका सहना ही होगा। रास्ते पथरीली मिलेंगे ही, कंकड़ सुई सा चुभेंगे ही, उबड़ खाबड़ राह पर चलना ही होगा, कदम आगे बढ़ाना ही होगा। मुश्किलें सफर में मिलेंगे ही, पसीना तो तन से बहें

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

दीपक खुद से जलाना ही होगा

दीपक खुद से जलाना ही होगा

सूरज तो निकलेगा ही, तपन संग दमकेगा ही, छांव छोड़ बाहर आना ही होगा, तपिश उसका सहना ही होगा। रास्ते पथरीली मिलेंगे ही, कंकड़ सुई सा चुभेंगे ही, उबड़ खाबड़ राह पर चलना ही होगा, कदम आगे बढ़ाना ही होगा। मुश्किलें सफर में मिलेंगे ही, पसीना तो तन से बहें

0 पाठक
0 रचनाएँ

निःशुल्क

Deepak Kumar के लेख

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए