कौन हूँ मैं
कौन हूँ मैं, कौन सुन-सुन, मौन मन मेरा हुआ,
मेरे प्रश्नो से मेरा, उत्तर है क्यों सहमा हुआ.
भोर होते ही नज़र में, तैरने लगता है तू,
मैं इधर सिमटा हुआ, तू उधर बिखरा हुआ.
बेवफाई दोपहर की धूप सी तपती रही,
आज अपनी बेबसी को, देखकर सदमा हुआ.
शाम कल आकाश की, चादर पे था फैला लहू,
काफिला गुज़रा है कोई, कर