राजीव के शादी के दो साल हो गए थे। राजीव अपने बीवी अंजली को हर तरह से खुश रखने की कोशिश
करता। अंजली भी किसी तरह इस रिश्ते को निभा रही थी। लेकिन दोनों एक दूसरे से खुश नहीं थे।
राजीव एक सब इंस्पेक्टर था शाम मे थक हारकर जब भी राजीव घर आता उसे कभी भी अंजली घर मे नजर नहीं आती। लेकिन खाना बना हुआ रहता था। राजीव ये सब बात से बहुत ही परेशान हो गया था। दोनों कोई जरूरी बात होती तब ही बात करते थे। यहाँ तक कि दोनों अलग अलग रूम मे रहते थे।
जब राजीव और अंजली की शादी हुई थी तब
अंजली का इरादा कुछ ठीक नहीं लग रहा था। फिर
राजीव ने कहा- अंजली मैं तुम्हें पसंद हूँ ना।
अंजली- नही मेरी शादी आप से जबरदस्ती हुई हैं।
राजीव- तो । पूछ सकता हूँ क्यू।
अंजली- क्यूँकि मैं किसी और से प्यार करती थी। मेरे भैया ने मेरी जिंदगी को तबाह कर दिया।
राजीव- तो तुमने मेरी जिंदगी तबाह कर दी ना।
अंजली- ठीक हैं मुझे आप दो साल का टाइम दो। उसके बाद अगर मुझे प्यार हुआ तो मै आपकी।
राजीव- ठीक हैं।
अंजली- मैं आपके साथ एक कमरे मे नहीं रह सकती।
राजीव- दूसरा कमरा भी हैं उसी मे रहो।
दो साल हो गए थे अब राजीव के सब्र का बाँध कमजोर पड़ रहा था। एक दिन राजीव ने कहा- अंजली
अब कितना टाइम लोगी।
अंजली- थोड़ा वक्त और।
राजीव- अब मुझसे ये सब नहीं झेला जाएगा। मुझे तलाक चाहिए।
अंजली- बिना कुछ वहाँ से चली गई।
1 महीने के बाद राजीव तलाक का कागज़ अंजली के हाथ दे कर बोला- दिल को कोई किनारा दे दो।
अंजली बिना कुछ बोले फिर से वहाँ जल्दी बाजी मे चली गई।
घर मे राजीव परेशान होकर बैठा था। तभी राजीव की नजर न्यूज़ चैनल पर पड़ी। न्यूज़ मे अंजली की फोटो थी
फोटो पर नजर पड़ते ही न्यूज़ देखने लगा।
न्यूज़ मे दिखाया जा रहा था कि - आज जिले की कलेक्टर
का अंजली यादव का इंटरव्यू हैं। अंजली यादव ने बताया हैं कि कलेक्टर बनने मे उसका हाथ बहुत बड़ा हाथ हैं। हर जन्म मे ऐसा ही पति दे।
ये देख राजीव रो पड़ा और खुद से बोलने लगा - ये सब क्या हैं। पता लगाना होगा।
तभी अंजली का मैसजे आया- राजीव लास्ट टाइम 🙏plzz D. M ऑफिस आ जाओ।
जब राजीव इंटरव्यू के दौरान गया था। तब अंजली उसको देखते ही इंटरव्यू छोड़ राजीव के गले से लिपट गई और बोली- आपके सारे सवाल का जवाब दूँगी।
जब अंजली अपने इंटरव्यू मे ले गई। तब वहाँ
बोली- ये हैं मेरे पति और मेरे सफलता के हमसफर मेरे से ज्यादा राजीव ने कस्ट सहा हैं। ये नहीं तो कुछ नहीं।
मैंने कहा मैं किसी और से प्यार करती हूँ और दूसरे कमरे मे रहना चाहती हूँ मान गए। मैं ये सब अपने पढ़ाई के लिए कर रही थी।
राजीव- मैं तो कुछ नहीं जानता था। क्या करती थी बस मुझे टेंशन मे डाल रखा था।
अंजली- क्यूंकि मैं किसी को अपने सपनो के बारे मे नहीं बताती।
दर्शक- वाह आप जैसे लोग भी जो इतना सर्मपण का भाव रखते हैं।
राजीव- अब मुझे कोई किनारा नहीं अपने दिल मे बसा लो।
अंजली के खुशी का ठिकाना नहीं था।