shabd-logo

Dr.pratibha prkash के बारे में

कुछ तो दे पाऊँ सकल समाज को चाहे लिखकर ही संस्कृति और सभ्यता कि धरोहर चाहे कुछ शब्द ही जो दिया मुझे ईश्वर ने अनुपम ज्ञान प्रज्ञान अनुभव जो कर पाऊँ समर्पित इस माटी को चाहे रूप साहित्य ही

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

Dr.pratibha prkash की पुस्तकें

संस्मरण माला

संस्मरण माला

जीवन के बहुत छोटे या बड़े वे संस्मरण जो जीवन में अपनी उपयोगिता एवं महत्ता का वोध कराते हैं उनमें छिपी हुई शिक्षाएं भी हैं , भारतीय परिवेश के विभिन्न पहलु जो शायद आज की युवा पीढ़ी भूल रही है | मेरे देश कि सभ्यता की क्रियात्मक झलक है रिश्तों की अनुभूति भ

4 पाठक
6 रचनाएँ

निःशुल्क

संस्मरण माला

संस्मरण माला

जीवन के बहुत छोटे या बड़े वे संस्मरण जो जीवन में अपनी उपयोगिता एवं महत्ता का वोध कराते हैं उनमें छिपी हुई शिक्षाएं भी हैं , भारतीय परिवेश के विभिन्न पहलु जो शायद आज की युवा पीढ़ी भूल रही है | मेरे देश कि सभ्यता की क्रियात्मक झलक है रिश्तों की अनुभूति भ

4 पाठक
6 रचनाएँ

निःशुल्क

Dr.pratibha prkash के लेख

सही या गलत मेरे शिक्षण काल की एक दुर्घटना

9 सितम्बर 2023
0
0

  बात 2009 की है भावी पीढ़ी से सम्बंधित और विचारणीय भी   मैं उन दिनों जिला फरुखाबाद के एक प्रतिष्ठित डिग्री कोलेज में भूगोल विभागाध्यक्ष  के पद पर कार्य कर रही थी। यह कॉलेज श्री क्षत्रपति साहू जी वि

सही या गलत मेरे शिक्षण काल की एक दुर्घटना

9 सितम्बर 2023
0
0

सही या गलत मेरे शिक्षण काल  कि एक दुर्घटना  बात 2009 की है भावी पीढ़ी से सम्बंधित और विचारणीय भी   मैं उन दिनों जिला फरुखाबाद के एक प्रतिष्ठित डिग्री कोलेज में भूगोल विभागाध्यक्ष  के पद पर कार्य कर

सही या गलत मेरे शिक्षण काल कि एक दुर्घटना

9 सितम्बर 2023
0
0

सही या गलत मेरे शिक्षण काल  कि एक दुर्घटना बात 2009 की है भावी पीढ़ी से सम्बंधित और विचारणीय भी मैं उन दिनों जिला फरुखाबाद के एक प्रतिष्ठित डिग्री कोलेज में भूगोल विभागाध्यक्ष  के पद पर कार्य कर रही

पधारो म्हारे देश : जैसलमेर एक यात्रा

9 सितम्बर 2023
0
0

 जैसलमेर       सन 1998 की बात है। मैं जे.एल.एन. कॉलेज एटा में एम. ए .(भूगोल) उत्तरार्द्ध की छात्रा थी। उस समय डॉ एस.एल.शर्मा जी हमारे विभागाध्यक्ष हुआ करते थे। पाठ्यक्रम के अनुसार हमारी भ्रमण आख्या

संस्मरण माला

6 सितम्बर 2023
1
1

नंगल डैम रेलवे स्टेशन  रेलवे स्टेशन पहुचते ही टिकट निकाला तो होश फाख्ता पर्स तो बैग में है नहीं ओह !ये क्या? "सर प्लीज़ क्या ट्रैन 5 मिनट ट्रैन रुक सकती है हड़बड़ाते हुए मैंने गार्ड से कहा " सर, मैं फ

संस्मरण माला :

6 सितम्बर 2023
3
2

यात्रा : हाथरस जंक्शन अच्छा मैं जाऊँ, जरा पूछताछ पर पता कै आय रहों  हूँ कि  ट्रेन को सही समय क्या है ? मेरी प्रिय सहेली के पति जिन्हे हम प्यार से हीरो कहते हैं ने मेरा समान मुझे पकड़ते हुए कहा नहीं,

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए