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ऐ... दिल! तू मर क्यों नहीं जाता!

3 सितम्बर 2021

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ऐ... दिल!
तू मर क्यों नहीं जाता,
सुकून की तलाश में,
ठहर क्यों नहीं जाता,
होते हैं गिले,
ख़ामोशी ओढ़‌‌ ले,
कितने पैरों के निशां,
सब बिगाड़‌ दे,
कुछ जी ले...
या‌ जी‌ जाने दे...!!!
या सिमट कर हमें,
कही दफन हो जाने दे,
राहत-ए-सुकून मिलेगा कहाँ?
कुछ पल मुझे जी‌ जाने दे,
ऐ दिल मुझे संभल जाने दे...
ऐ दिल‌ मुझे संभल जाने दे।



आरती सिंह "पाखी"_🙏🏻

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Rajesh shekhawat

Rajesh shekhawat

बहुत कमाल लिखा आपने मैंम💐🙏

1 मार्च 2022

Poonam kaparwan

Poonam kaparwan

अति सुंदर

3 सितम्बर 2021

Rajesh shekhawat

Rajesh shekhawat

राहत ऐ सुकून मिलेगा कहाँ कुछ पल मुझे जी जाने दे👌👌 बहुत ही बेहतरीन लाजवाब अभिव्यक्ति,,,, बेमिसाल लिखा मैम आपने🙏💐

3 सितम्बर 2021

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