हर चेहरे के पीछे कोई न कोई कहानी होती ही है, कभी कभी किसी की याद गुदगुदा कर मुस्कुराती है तो कभी किसी की यादें माथे की लकीरों को बढा देती है, हर चेहरा बहुत कुछ यादों की खिड़की से अपने भीतर झांकता सा महसूस होता है । कुछ इधर उधर के मनोभावों को शब्दों से उकेर कर कहानी लिखने की छोटी सी कोशिश की है मैंने ।
7 फ़ॉलोअर्स
5 किताबें