चारों और पानी ही पानी
चारों और हानि ही हानि
चारों और अँधेरा ही अँधेरा
हो जाये अब जल्दी सवेरा
चारों और फैला हाहाकार
राहत उपायों का इंतजार
मदद को हर कोई तैयार
पर बाधा है मौसम की मार
आशा है दिल के कोने में
गंवाना नही हैं आँसु रोने में
कुछ ही पल बाकी हैं अब
ये मुशीबतो कम होने में
बहुत जल्द होगा यहाँ सवेरा
बीत जायेंगी ये अँधेरी रातें
फ़िर खिलखिलायेगी चेन्नई
फ़िर होगी मस्ती की बातें
सब कुछ हो जायेगा सामान्य
सुधर जायेंगी सब हालात-ए