कोरना क्यूं घटा नहीं है जनाब , मास्क मुंह में लगा नहीं है जनाब । इस वबा से निज़ात है मुश्किल, रोग की इस दवा नहीं है जनाब । मौत का ही ये दूत है यारो, पास इसके दया नहीं है जनाब । दर्दो ग़म,भूख बेबसी-आंसू, इसके दामन में क्या नहीं है जनाब्। कितने इंसां शहीद होगें और, वैद्यों को भी पता नहीं है जनाब्। ( डॉ संजय दानी )
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