रात के ३ बजे अचानक से तनु की आंखे खुल गई न जाने क्यों कमरे में ठंड बढ़ गई थी नवंबर की शुरुवात थी और मौसम रात को ठंडा हो जाता था तनु ने उठ के पानी पिया और देखा था खिड़की खुली हुई थिनौर उस में से ही ठंडी हवाएं आ रही थीं, तनु सोच में पड़ गई ये खिड़की तो वो कभी खोलती ही नही थी फिर ये खुली कैसे है ?? वो खिड़की के पास गई उसे बंद करने के लिए तो पाया कि खिड़की की सिटकनी टूटी हुई हैं और बंद करने पे भी हल्के से धक्के से खुल जाती हैं उस ने सोचा कल किसी को बुला के ठीक करवा लेगी और अभी तो पर्दा पूरा डाल के सो जाते हैं।