आगे बढ़ना काम हमाराजलने दो जलना है जिनकोआगे बढ़ना काम हमाराभारत मां के राष्ट्र यज्ञ मेंसमिधा का है स्थान हमारा ।। धृ ।।बाधाएं बाधक होने दोकस कस करसाधक होंगे हममुसीबतों को फिर आने दोजीवन अर्पित योद्धा होंगे हम ।। १ ।।भौतिकता के अंधियारों मेंजलने वाले दीपक होंगे हमस्वार्थता के भ्रष्ट प्रवाह मेंगंगा से
“कुंडलिया” आगे सरका जा रहा समय बहुत ही तेज। पीछे-पीछे भागते होकर हम निस्तेज॥ होकर हम निस्तेज कहाँ थे कहाँ पधारे। मुड़कर देखा गाँव आ गए शहर किनारे॥ कह गौतम कविराय चलो मत भागे-भागेकरो वक्त का मान न जाओ उससे आगे॥महातम मिश्र गौतम गोरखपुरी