क्या किसी ने कहीं किसी हाथी को मरते देखा है जिसकी सूंड में चींटी घुस गई हो? ये कहावत बनाने वाला बहुत ज्ञानी रहा होगा. हमारे देश में ज्ञान की कमी नहीं है, उनके ज्ञान को समझने वालों की कमी थी लेकिन अब वो भी नहीं रही. ज्ञान बाट
वे बुद्धिमानी होते हैं। वे परिवार उन्मुख भी होते हैं। उनकी यादाश्त बहुत तेज़ होती हैं| वो भावनाओं को महसूसकरने में सक्षम होते हैं, गहन दुःख से लेकर आनंद के किनारे खुशी के साथ-साथसहानुभूति और आश्चर्यचकित करने वाली आत्म-जागरूकता होती है इ