भगवती सीता की खोज , लंका में संकट मोचक हनुमान का प्रवेश डॉ शोभा भारद्वाज विशाल सागर को पार कर श्री हनुमान लंका पहुंचे लेकिन नगर में प्रवेश कैसे करें ?वह एक ऊँचे घने वृक्ष की छाया में घुटनों के बल बैठे थे उन्होंने हाथ जोड़ कर कहा मेरा श्री राम पर अटूट विश्वास है वही मुझे मार्ग दिखलायेंगे .सामने चारो
बल बुद्धि विद्या निधान श्री हनुमान (हनुमान जयंती के उपलक्ष में )डॉ शोभा भारद्वाज ब्रम्हा सृष्टि का निरंतरनिर्माण कर रहे थे सृष्टि निर्माण से लेकर अब तक जीवन कोचलाने वाली वायू प्राणियों के जीवन का आधार है इससे जीवधारी हवा में साँस लेते हैवृक्ष एवं पेड़ पौधे वायु को शुद्ध करते हैं .मंद पवन बह रही थीक