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हमारे भारत में हजारों सालों से मिट्टी के बर्तनों का उपयोग होता आया है।

5 फरवरी 2016

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दीनदयाल सुमन की अन्य किताबें

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दीनदयाल सुमन

13 जनवरी 2016
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इतने छोटे बनिए किहर कोई आपके साथ बैठे

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"हमें हमेशा उत्कृष्टता (Better) और उसी प्रकार परिपूर्णता (Completeness) के लिए प्रयास करना चाहिए

15 जनवरी 2016
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"खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले खुदा बन्दे से ये पूछे, बता तेरी रज़ा क्या है."

15 जनवरी 2016
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"हमें हमेशा उत्कृष्टता (Better) और उसी प्रकार परिपूर्णता (Completeness) के लिए प्रयास करना चाहिए

16 जनवरी 2016
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“सवा लाख से एक लड़ाऊं.........निश्चय कर अपनी जीत करूं”। हम कोशिश भी ना करे ये तो गलत बात है............जय गौ माता की

17 जनवरी 2016
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“सवा लाख से एक लड़ाऊं.........निश्चय कर अपनी जीत करूं”। हम कोशिश भी ना करे ये तो गलत बात है......ऊँ नमः शिवाय जय हो सनातन धर्म की

17 जनवरी 2016
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......ऊँ नमः शिवाय जय हो सनातन धर्म की

17 जनवरी 2016
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दीनदयाल सुमन

18 जनवरी 2016
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पसंद नहीं है कि कोई हिंदुस्तान की बुराई करे ! अब उसका टंटा ही खत्म करने की तैयारी है...............कार्रवाई करते हुए

18 जनवरी 2016
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दीनदयाल सुमन

19 जनवरी 2016
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महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन ।।

19 जनवरी 2016
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इस बच्ची के हौसले को सलाम, सड़क किनारे बैठ पालती है परिवार का पेट और करती है पढाई भी | महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन ।।

19 जनवरी 2016
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दीनदयाल सुमन

21 जनवरी 2016
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संविधान जन प्रतिनिधि बनने का अधिकार देता है, इसका मतलब यह है कि हम भी राजनीति और प्रशासनिक क्षेत्र में

21 जनवरी 2016
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परोपकारी ब्यक्ति "परोपकाराय पुण्याय पापाय पर पीडनम

22 जनवरी 2016
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पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें !! परोपकाराय पुण्याय पापाय पर पीडनम

22 जनवरी 2016
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अश्लील चित्र या वीडियो पोस्ट करनॆ वालॆ हराम खोरो,पराई मां, बहन, बॆटिया को दॆखनॆ सॆ पहलॆ एक नजर अपनी मां, बहन, बॆटिया पर भी डाल लो.

29 जनवरी 2016
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दीनदयाल सुमन

30 जनवरी 2016
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क्यों करते हो घमंड अपनी ठाठ पर, मुट्ठी भी खाली रह जायेगी, जब पहुँचोगे मरकर शमशान घाट पर .............

30 जनवरी 2016
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दुश्मन , देश के दुश्मन

1 फरवरी 2016
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स्वच्छता के दुश्मन, देश के दुश्मन

1 फरवरी 2016
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दौड़ने दो खुले मैदानों में नन्हे कदमों को साहब, ज़िन्दगी बहुत भगाती है बचपन गुजर जाने के बाद..

2 फरवरी 2016
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"सफलता का महत्त्व वह व्यक्ति बेहतर जानता है जिसने सफल होने से पहले भारी असफलताओं का सामना किया हो ई"

3 फरवरी 2016
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“ शब्द संभाले बोलिए, शब्द के हाथ न पावं “ एक शब्द करे औषधि, एक शब्द करे घाव “ शब्द सम्भाले बोलियेे, शब्द खीँचते ध्यान“ .......... परिवार जोड़ो अभियान

4 फरवरी 2016
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हमारे भारत में हजारों सालों से मिट्टी के बर्तनों का उपयोग होता आया है।

5 फरवरी 2016
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घरो में दाल पकाने, दूध गर्म करने चावल बनाने और अचार रखने के लिए मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग होता रहा है।

5 फरवरी 2016
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दीनदयाल suman

5 फरवरी 2016
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जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ , मगर किसी के हालात और मज़बूरी का नही ।

6 फरवरी 2016
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कबड्डी में जो डूब जाता है और जिसे इतना भी खयाल नहीं रहता कि आनंद आ रहा है कि नहीं आ रहा , उसे आनंद आ जाता है।

9 फरवरी 2016
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घरो में दाल पकाने, दूध गर्म करने चावल बनाने और अचार रखने के लिए मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग होता रहा है।

11 फरवरी 2016
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घरो में दाल पकाने, दूध गर्म करने चावल बनाने और अचार रखने के लिए मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग होता रहा है।

11 फरवरी 2016
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भारत मुर्दाबाद कहने वालो के साथ .....( क्या ) .... होना चाहिये ?

12 फरवरी 2016
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भारत मुर्दाबाद कहने वालो के साथ .....( क्या ) .... होना चाहिये ? माँ भारती के खिलाफ नारे लगाने वाले भड़ुओँ के साथ क्या सुलूक होना चाहिये ,,??

15 फरवरी 2016
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जो देश का नही हुआ वो .....................का कैसे होगा???? भारत माता की जय.....

16 फरवरी 2016
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जो देश का नही हुआ वो .....................का कैसे होगा???? भारत माता की जय.....

17 फरवरी 2016
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गद्दारो के साथ ऐसा ही करना चाहिए ?????????? देश की हिफाजत के लिए .....................'भारत माता की जय'

21 फरवरी 2016
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Somebody defined ego so beautifully ..............Ego............

27 फरवरी 2016
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सेहतमंद रहने के लिए अवश्य पीयें ताम्र जल

2 मार्च 2016
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महत्वपूर्ण समाचार SHARE करे और सबको भेजे ...........जय महाकाल

7 मार्च 2016
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कामकाजी पुरुष और महिलाएं खुद को रास्ते में होने वाली किसी वारदात से बचा सकें.

8 मार्च 2016
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जनसुरक्षा के लिए लॉन्च हुई कामकाजी पुरुष और महिलाएं खुद को रास्ते में होने वाली किसी वारदात से बचा सकें.

8 मार्च 2016
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***क्रोध**** तब पुन्य बन जाता है जब वह धर्म और मर्यादा के लिए किया जाए

9 मार्च 2016
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फल खूब खाओ स्वास्थ्य के लिए अच्छे है लेकिन उसके छिलके .........

10 मार्च 2016
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होली हमें " अश्लीलता निवारण " दिवस के रूप में मनानी है ।

11 मार्च 2016
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बाबा रामदेव को शत शत नमन काश सभी संत गौ माता के कार्य में लग जाए तो निश्चय ही भारत विश्व गुरु बन के रहेगा ।

12 मार्च 2016
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कोई भी काम करो समाज के हित में करो अपने नाम के लिए मत करो समाज अपने आप आपका नाम कर देगा.....

14 मार्च 2016
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सुखी और बेहतर जीवन का मार्ग दिखाती हैं ये नीतियां........देशद्रोह कि तरह के.........घिनौने काम की इजाजत नहीं

18 मार्च 2016
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न तो हिम्मत हारे ओर न हार स्वीकार करें l आओ मिलकर पेड़ लगायें । पर्यावरण को शुद्ध बनायें ।

22 मार्च 2016
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न तो हिम्मत हारे ओर न हार स्वीकार करें l आओ मिलकर पेड़ लगायें । पर्यावरण को शुद्ध बनायें ।

22 मार्च 2016
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इस जीवन में बैठे ठाले ऐसे भी क्षण आ जाते हैं जब हम

26 मार्च 2016
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आज लोग सिर्फ सरकार के भरोसे बैठे है कुछ करना नहीं चाहते । ये ज़िन्दगी है मेरी,ये मेरा फैसला है

28 मार्च 2016
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एक चिड़िया...अनेक चिड़ियाँ, दाना चुगने आयी चिड़िया..............मुंडेर पर क्यों नहीं आती चूं-चूं करती चिड़िया ?????

30 मार्च 2016
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एक चिड़िया...अनेक चिड़ियाँ, दाना चुगने आयी चिड़िया..............मुंडेर पर क्यों नहीं आती चूं-चूं करती चिड़िया ?????

30 मार्च 2016
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वंदे मातरम् भारत माता की जय ( ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् )

2 अप्रैल 2016
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वंदे मातरम् भारत माता की जय ( ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् )

3 अप्रैल 2016
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संगठन ....और....समाज से अलग होने पर हमारी कीमत..........आधे से भी कम रह जाती है । इसलिए संगठित रहो सशक्त बनो।

3 अप्रैल 2016
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वंदे मातरम् भारत माता की जय ( ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् )

4 अप्रैल 2016
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वंदे मातरम् भारत माता की जय ( ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् )

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वंदे मातरम् भारत माता की जय ( ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् )

5 अप्रैल 2016
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बहुत सुँदर पंक्तियाँ

9 अप्रैल 2016
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बहुत सुँदर पंक्तियाँ

9 अप्रैल 2016
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अपने कर्मों से, अपनी मेहनत से, अपनी सोच से, संस्कार। दिन भर कडी मेहनत के बाद. ... अपनी रोजी रोटी कमाने वाला

11 अप्रैल 2016
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छोटी लेकिन बड़ी बात (सराहनीय पहल) !!!

12 अप्रैल 2016
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ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्

13 अप्रैल 2016
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सहमा -सहमा क्यों चुप-चुप सा रहता है, शायद डरता है। अब तक था सब ठीक, अचानक बदल गया, समझो तो बदलाव...............

13 अप्रैल 2016
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दीनदयाल सुमन

13 अप्रैल 2016
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मैं देखता हू रोज इंसानियत को तार-तार करने वाले चेहरे चेहरे और बदरंग चेहरे !!

14 अप्रैल 2016
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मैं देखता हू रोज इंसानियत को तार-तार करने वाले चेहरे चेहरे और बदरंग चेहरे !!

14 अप्रैल 2016
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मैं देखता हू रोज इंसानियत को तार-तार करने वाले चेहरे चेहरे और बदरंग चेहरे !!

14 अप्रैल 2016
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हमें आपकी परवाह है

15 अप्रैल 2016
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जल है तो कल है good...........में साधारण इंसान हू

19 अप्रैल 2016
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दीनदयाल सुमन

20 जुलाई 2016
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तन - मन दूषित करने वाले ,                          नग्नता दृष्टि में भरने  वाले ,                         विज्ञापन  पर तुम प्रतिबन्ध लगा सकते हो |  बढ़ती जनसँख्या हमारे जीवन के  हर पक्ष को प्रभावित करती है !  जय किसान ~जय जवान 0   उत्तर दीजिये  0   साझा कीजिये। ........................              

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दीनदयाल सुमन

21 जुलाई 2016
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युवाओं का  आत्महत्या करने के पीछे     कौन सी मज़बूरी और क्या कारण है ?  हमने समझने की कभी कोशिश की ........

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दीनदयाल सुमन

25 जुलाई 2016
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दीनदयाल सुमन

27 जुलाई 2016
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संगठन शक्ति, मन्त्र शक्ति, नारी शक्ति, यंत्र शक्ति, तंत्र शक्ति, रासायनिक शक्ति , आण्विक शक्ति, जैविक शक्ति, आध्यात्मिक शक्ति , श्रद्धा और विश्वास की शक्ति, सच्चाई और अच्छाई  की शक्ति, परमात्मा की शक्ति,  बालपन  की अचूक शक्ति, शक्ति - साधनो की शक्ति , जमीन-जायजाद और धन - सम्पदा की शक्ति , पद -वर्दी

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deendayalsuman

30 जुलाई 2016
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बचपन, प्रारंभिक अवस्था, शैशव, बाल्यावस्था, प्रथम अवस्था को बनाने और सँवारने का  दायित्व सर्वप्रथम प्रकृति माता और परम पिता परमात्मा  स्वयं निभाते है ततपश्चात  माता-पिता,  भाई-बहिन सगे संबंधी,  गुरुजन  बारी-बारी से अपनी-अपनी भूमिका अदा  करते है ! बचपन  कच्ची अवस्था होती  उसको आप जैसा चाहो  बना सकते ह

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दीनदयाल सुमन

2 अगस्त 2016
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खाना बनाना और खाना बना कर खिलाना, विश्वास कीजिये, खाना बनाना किसी योगकर्म से कम नहीं एक बेहद सहज-सरल-सुगम मूर्त तत्व कर के देखिये ! खाना बनाना किसी यज्ञ से कम पावन व हितकारी नहीं है,  इसे जरा समझिये और फिर स्वयं कर के देखिये। 

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