मेरे इश्क़ का अब्शर अब बहने दो ।
इस जूनून में ख्वाबीदा अब हमें होने दो ।
सब कहते है मुख्तलिफ है तेरे मेरे रास्ते,
वो क्या जाने मेरा इख्लास तेरे वास्ते।।❤❤
23 मई 2020
मेरे इश्क़ का अब्शर अब बहने दो ।
इस जूनून में ख्वाबीदा अब हमें होने दो ।
सब कहते है मुख्तलिफ है तेरे मेरे रास्ते,
वो क्या जाने मेरा इख्लास तेरे वास्ते।।❤❤
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मै असन्सोल शिल्पांचल की एक उभरती हुई कवयित्री हूँ और साथ में समाज सेवी भी हूँ। मै समाजिक, प्रेम रस और शायरी लिख्ना पसंद करती हूँ। D