आई पिया मिलन की बेला
मेरा पिया बड़ा अलबेला
रहता है परदेश में
ना जाने किस वेश में
भूल बैठा है मुझको भी
ना जाने किस रोष में
मुझसे कोई हुई न खता
फिर भी रहा है मुझको सता
ऐसी बाते करता है फोन पर
जैसे मुझको लिया है लोन पर
आई पिया मिलन की बेला
मेरा पिया बड़ा अलबेला