shabd-logo

जगन्नाथ रथयात्रा

20 जून 2023

16 बार देखा गया 16
जगन्नाथ रथयात्रा
भगवान जगन्नाथ की यात्रा क्यों निकाली जाती है?

पद्म पुराण के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की बहन ने एक बार नगर देखने की इच्छा जताई. तब जगन्नाथ और बलभद्र अपनी लाडली बहन सुभद्रा को रथ पर बैठाकर नगर दिखाने निकल पड़े. इस दौरान वे मौसी के घर गुंडिचा भी गए और यहां सात दिन ठहरे. तभी से जगन्नाथ यात्रा निकालने की परंपरा चली आ रही है.
पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा 

                       इस वर्ष, पुरी रथ यात्रा 20 जून को होगी और 28 जून, 2023 को समाप्त होगी। द्रिक पंचानह के अनुसार, द्वितीया तिथि 19 जून, 2023 को दोपहर 03:55 बजे शुरू होगी और 05:37 बजे समाप्त होगी।  ओडिशा के पुरी में मंगलवार से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो रही है। भक्त यात्रा को ऑनलाइन भी देख सकते हैं। यात्रा शुरू होने से पहले जानिए इस त्योहार के बारे में सबकुछ।देख भी सकते हैं। ओडिशा के पुरी में हर साल आषाढ़ माह में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है. जगत के स्वामी यानी भगवान जगन्नाथ श्रीकृष्ण का ही एक रूप हैं. पुरी रथ यात्रा आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि से शुरू होती हैं. ये उत्सव पूरे 10 दिनों तक मनाया जाता है।
उन्हें पतितपबन (असहाय को बचाने वाले भगवान) के रूप में जाना जाता है। देवताओं को भक्तों से दूर करने का कोई प्रयास नहीं किया जाना चाहिए। मैं इस विचार से सहमत नहीं हूँ कि प्रभु को छूना पाप है।  ओड़ीसा के पुरी में निकलने वाली विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत इस साल आज यानी 20 जून 2023 से हो रही है। यह यात्रा हर साल आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकलती है। इसके बाद आषाढ़ शुक्ल पक्ष के 11वें दिन जगन्नाथ जी की वापसी के साथ इस यात्रा का समापन होता है। इस यात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। उड़ीसा का जगन्नाथ मंदिर चार पवित्र धामों में से एक है। यहां पर श्रीहरि विष्णु के 8वें अवतार श्रीकृष्ण के साथ उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की पूजा होती है। जगन्नाथ मंदिर में तीनों की मूर्तियां विराजमान हैं। जगन्नाथ रथ यात्रा से जुड़ी कई रोचक बातें हैं जो बहुत कम लोगों को ही पता होंगी।
जय जय जगन्नाथ भगवान हम सभी पर कृपा करें।

1
रचनाएँ
जगन्नाथ रथयात्रा
0.0
जगन्नाथ रथयात्रा में प्रभु कृष्णमय और बहन सुभद्रा और बलराम का सानिध्य हम सभी भक्तों के साथ हैं और प्रभु जगन्नाथ भगवान जी बताते हैं कि जीवन में बहन और भाई का रिश्ता बहुत सच और सटीक है बस हम सभी जीवन‌ में पढ़े ।

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए