गर्मी की तो बस अब चला चली की बेला है। कुछ ही दिनों में ये उमस भरी जलती, चुभती गर्मी का मौसम, अपना चार्ज देने वाला है भीगी भीगी वर्षा रानी को और वर्षा रानी तो यूँ भी कसमसा रही है अपनी ओथ सेरेमनी के लिये। कि कब उन्हें मौका मिले और वो आ जाएं, बूदों की पायल पहन कर छम छम करते हुए झमाझम करने के लिए
और ऐसे में, हम तो बस यही गुनगुनाएंगें ....
बरसो रे मेघा मेघा बरसो रे मेघा......... :)
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