भई दुनिया में कोई कितना भी बड़ा तुर्रम ख़ान क्यों न हो, उसे किसी की ज़रूरत पड़ती हो या न पड़ती हो मगर ज़िंदगी मेम कभी न कभी डॉक्टर की ज़रूरत तो पड़ती ही है। बल्कि हमारी तो ज़िन्दगी का पहला दिन ही डॉक्टर की हथेलियों के स्पर्श से शुरू होता है। डॉक्टर न सिर्फ़ हमारी स्हत के रखवाले हैं बलिकि हमारे स्वास्थ्य सैनिक हैं। दिन-रात, सर्दी-गर्मी यहाँ तक कि आपातकालीन स्थितियों में कई - कई घण्टे अपनी सेवाएं निरन्तर देते रहते हैं। शायद इसीलिये हम इन्हें इतना सम्मान देते हैं। भई! ऐसे ही थोड़े ना हमने इन्हें भगवान दर्ज़ा दिया है। लेकिन ये भगवान वे डॉक्टर हैं जिनका नज़रिया, ज़िन्दगी में मात्र पैसा कमाना नहीं है बल्कि सेवा भाव है।
ऐसे ही डॉक्टर्स को समर्पित है आज का दिन, यानि १ जुलाई।
आज है डॉक्टर्स डे। जिसे हम मना रहे हैं, महान भारतीय चिकित्सक और भारत रत्न डॉ. बिधान रॉय की याद में। आज उनकी जन्मतिथि और पुण्यतिथि पर ये सम्मान पर ससम्मान नमन पूरे चिकित्सक समाज को
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