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झूठी कहानी

16 मई 2022

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ललित शर्मा  एक सीधा साधा साधारण कद काठी का स्मार्ट लड़का था , उसकी उम्र अभी महज 26 साल  थी ,वह एक इंश्योरेंस कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर था ,उसके अंडर में  करीब पचास लड़के लड़कियां काम करते थे , उसका व्यवहार सभी से हमेशा ही , अच्छा रहता था ,वह सभी को समान रूप से सपोर्ट करता था ,इसलिए सभी उस से खुश रहते थे , !!

उसके साथ ही काम करने वाली एक लड़की थी विनीता ठाकुर  वह भी एक ब्राह्मण फैमली से बिलॉन्ग करती थी, और काम करने में भी बहुत तेज थी , और साथ ही साथ सुंदर भी बहुत थी , अपनी सुन्दरता का फायदा वह काम में भी  उठा लेती थी ,क्लाइंट सुंदर लड़कियों को ही ज्यादा रिस्पॉन्स भी देते है ,यह तो सभी जानते हैं , !!

वैसे विनिता एक अच्छी लड़की थी , पर वह  अपना काम निकलने में माहिर थी ,वह अपना टिफिन  हमेशा ललित से शेयर करती थी , लोग उनका  मजाक भी उड़ाते थे की हूर के साथ लंगूर ,सामने तो कोई नही कहता था,पर पीठ पीछे सभी कहते थे ,*"!!
और ये बात ललित और विनीता दोनो ही जानते थे , *"!!
दोनो ही एक अच्छे मित्र थे ,और इसी कारण हमेशा साथ ही रहते थे ,!!
कुछ ही दोनो में विनीता की सगाई भी हो गई तो लोगो ने उसका भी खूब मजाक बनाया की सगाई किसी से और घूमना किसी और  के साथ ,इस बात पर एक दिन ऑफिस में हंगामा भी हो गया, !!
एक और मार्केटिंग मैनेजर ने बातो बातो में ललित से कह दिया , *" क्या ललित , विनीता के शादी के बाद भी तुम दोनो के ऐसे ही रिलेशन रहेंगे , *"!!

यह बात आती हुई विनीता सुन लेती हैं , और ललित कुछ कहता उसके पहले ,विनीता ने उसको आड़े हाथों ले लिया , उसने कहां *" तुम लोग सिर्फ लड़के लड़की का एक ही रिश्ता जानते हो ,या कुछ और भी हो सकता है ,हम अच्छे फ्रेंड्स नही हो सकते ये जरूरी है की हम एक दूसरे के साथ घुल मिल कर रह रहे हैं तो हमारे गलत संबंध हो गए ,अरे अपने दिमाग में भरे गंदे कीड़ों को मार दो वरना अपनी बहन और बेटियों के बारे में यही सोचोगे , *"!!
उसके बाद विनीता ने रेजिग्नेशन का लेटर दे दिया , ऊपर के मैनेजमेंट में जब यह बात गई तो जब उन्होंने हकीकत जानना चाहा तो बस सभी ने अंदाजे से बताया ,किसी ने ये नही कहा कि उन्होंने कभी उन्हे गलत तरीके से देखा , *"!!
मैनेजमेंट ने दूसरे मैनेजर को उसके गलत व्यवहार के कारण निकल दिया ,और वैसे भी विनीता जैसी स्मार्ट और अच्छा बिज़नेस देने वाली लड़की को निकालना और वह भी झूठी कहानी पर तो यह अपने पैर कुल्हाड़ी मरने वाली बात थी , *"!!
पर इस चक्कर में उसके होने वाले पति के कानों तक यह बात पहुंच गई की विनीता का चक्कर चल रहा हैं ,तो उसने बिना सोचे विचारे उसके घर वालो से उल्टा सीधा बता कर सगाई ही तोड़ दी , इस बात से विनीता बहुत दुखी हो जाती हैं, उसे किसी ने एक बार भी सफाई देने का मौका नही दिया बल्कि उस से पूछने की भी जरूरत नहीं समझी ,यहां तक कि उसके मां बाप भी नाराज हो गए , ,!!

उसकी मां सरस्वती भड़क कर कहा ,*" तूने पूरे खानदान का नाक कटवा दिया ,यह भी नही सोचा की तेरे छोटे भाई बहनों का क्या होगा ,हमने गलती कर दी तुझे इतनी छूट देकर , अब कौन करेगा तेरे से शादी सब थू थू कर रहे हैं*"!!
विनीता ने कई बार उन्हे  समझाना चाहा की ऐसा कुछ नही है ,पर उसके ऑफिस के उस मैनेजर की बकवास और लोगो की झूठ मूठ की बकवास ने उसकी अच्छी खासी जिंदगी को नर्क बना दिया था , वह समझ नही पा रही थी की आखिर लोगो को यह सब फालतू बाते कर के क्या फायदा मिलता है , उनके जरा से मजे के लिए  कितनों की जिंदगी बरबाद होती है ये उन्हे नही समझ आता है ,,!!

आज उसका ऑफिस में मन नहीं लग रहा था , ललित उसे बहुत समझाने की कोशिश करता है पर उसका मूड ठीक नही होता है , वह सोचती है की अब घर नही जायेगी क्योंकि घर पहुंचते ही मां और उसके पिता का वही प्रवचन शुरू हो जाता है ,!!

ललित उसे समझाता है ,और कहता है ,*" चिंता मत करो बहुत रिश्ते मिल जायेंगे तुम सुंदर हो अच्छा खासा कमाती हो ,ये टेंशन कुछ दिनों का है फिर सब ठीक हो जायेगा,*"!!
विनीता कहती है ,*" सब ठीक तो हो जायेगा पर जो मेरे दिल को चोट पहुंची है ,उसका क्या, ? वह कैसे ठीक होगा ,*?

ललित कहता है ,*" इट्स ओके विनीता पर उसके लिए क्या करें ,आज नही तो कल कोई तो आयेगा , जो तुम्हे अपनाएगा ,*"!!

विनीता कहती हैं ,*" वैसे तुम्हारा अपने बारे में क्या ख्याल है ,तुम मुझे पसंद नही करते ,*"!!
ललित हड़बड़ा जाता है ,वह कहता है ,*" ये क्या कह रही हो ,""!!?
विनीता कहती है *" क्यों  ,!? क्या तुम भी मुझे कैरेक्टर लेस समझते हो !?

ललित कहता है ,*" अरे नही में कहां  तुम जैसी सुंदर लड़की के लायक हूं ,*"!

विनीता   कहती है *" क्या करूं इस सुंदरता का जिस पर हमेशा कलंक लगने का डर लगा रहता है , और बिना कुछ किए कलंक लग भी गया , !!
ललित उसे देखता है ,!!
विनीता कहती हैं ,*" मैंने तुमसे  पूछा की में तुम्हे पसंद हूं की नही ,*"!!?

ललित कहता है ,*" यह भी कोई पूछने की बात है , तुम्हे कौन पसंद नही करेगा ,में तो पहले दिन से ही तुम्हे पसंद करता हूं पर कभी हिम्मत नही हुई खुद को तुम्हारे काबिल नही समझता था ,*"!!

विनीता कहती है ,*" मुझसे शादी करने की हिम्मत है ,*"!!
ललित कहता है ,*" तुम कही तो तुमसे शादी के लिए में कुछ भी कर सकता हूं अब तक इसलिए नही कहता था की कहीं अच्छी फ्रेंडशिप भी ना खत्म हो  जाए ,*"!!
विनीता कहती हैं ,*" दो दिन की छुट्टी अपनी और मेरी दोनो की ले लो ,अभी इसी वक्त ,*"!!
दो दिन के बाद विनीता और ललित साथ आते हैं ,विनीता के माथे में सिंदूर भरा हुआ है  पूरा ऑफिस स्टॉफ उसे बधाई देता है ,एक हिम्मत करके पूछता है *" विनीता मैडम वह खुश नसीब कौन है ,*"!!
विनीता ललित को आवाज देती है ,*" सर जरा एक मिनट यहां आइए सबके सामने बता दूं ,*"!!
विनीता कहती है ,*" ये हैं मेरे प्यारे से हसबैंड ,इन्ही के साथ मेरा नाम जोड़ा था तो मैंने सोचा इन्ही के साथ विवाह कर लूं ,*"!!
दो दिन पहले ऑफिस से निकलते ही विनीता ललित के साथ उसके घर जाती हैं , और उसके मम्मी पापा से अपने और ललित के बारे में बताती हैं , उसके मां बाप विनीता को आशीर्वाद देते हैं , दूसरे दिन सुबह सुबह मंदिर जाकर दोनो शादी करते है और फिर कोर्ट मैरिज करके घर जाते हैं , और फिर उसके बाद विनीता अपने घर जाती है और अपने मां बाप से ललित को मिलवाती है और कहती है , ये ब्राह्मण है और इसी के साथ मेरा नाम जोड़कर लोगो ने बवाल मचाया था ,इसकी कोई गलती नही थी ये मेरा मैनेजर था तो दो चार मिनट हंस बोलकर बातचीत करना , नॉर्मल बात होती है ,इस बेचारे को मैं अच्छी लगती हूं यह तक बोलने की हिम्मत नही थी , तो मेरे साथ चक्कर क्या चलाता , आप लोगो ने भी मुझ पर विश्वास नहीं किया ,आज मैने इनके साथ विवाह कर लिया है और आपका घर हमेशा के लिए छोड़ रही हूं ,*"!!
उसके बाद वह दूसरे दिन महादेव के मंदिर में जाकर उनका आशीर्वाद लेती है , और उसके बाद आज फिर से ऑफिस आ गई*!!
पूरे ऑफिस में सन्नाटा छाया हुआ था,*"!!

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दो लड़के लड़कियों को साथ में उठते बैठते देख लोगो की आदत है उनके बारे में झूठी कहानी बनाने से पहले यह नही सोचते की उस से उन पर क्या असर पड़ेगा

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