27 सितम्बर 2022
जिन्दगी एक अभिलाषा है।
यही इसकी परिभाषा है।
सँवर ग्ई तो दुलहन।
नही तो फिर तमासा है।
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मै जितेन्द्र कुमार मेरा जन्म सिंघनगढ़ मे 22-06-199D
Bahut khub 👌
जिन्दगी एक अभिलाषा है। यही इसकी परिभाषा है। सँवर ग्ई तो दुलहन। नही तो फिर तमासा है।