भीगी पलकों से आंसू चुरा ले गया कोई
उदासी को छीन मुस्कुराहट दे गया कोई
दर्द से भरा दिल था मेरा जाने कैसे मोहबत से फिर भर गया कोई
जिस दर्द में भूल बैठे थे खुद को फिर से खुद का आइना दिखा गया कोई
जिंदगी जीना मुस्किल हो गया था फिर से जीने की राह दिखा गया कोई