एक जुगनू और एक मधुमक्खी मे बहुत गहरी दोस्ती थी। मधुमक्खी हमेशा रातों मे ही अपनी छत्ता मे शहद जमा करती । रात के अंधेरो मे जुगनू हमेशा मधुमक्खी को अपनी रोशनी 💥💥से हमेशा जुगनू को उसके छत्ता तक उसे पहुंचाता।
एक दिन मधुमक्खी ने एक खूबसूरत सी बगिया को देखा जहाँ रंग बिरंगी🌹🌹 फूल लगे थे। वहाँ का माली हमेशा उस बगिया की रखवाली करता था लेकिन
मधुमक्खी को अपने छत्ता के लिए शहद भी जरूरी था।
रात के समय दोनों उस बगिया के लिए निकले।
जुगनू के रोशनी मे मधुमक्खी अपना काम कर रही थी लेकिन जुगनू के रोशनी पर माली की नजर पड़ गई
माली ने गुस्से मे एक लाठी मार डाला इससे जुगनू को बहुत जोर से चोट लग गई।
अब जुगनू वहाँ से हिल नही पा रहा था। फिर दोनों किसी तरह वहाँ से निकल गए। जुगनू का जैसे अब दम ही निकल जाएगा।
लेकिन जुगनू ने सोचा- अगर मैं आधे रास्ते मे मर गया तो मेरी दोस्त अकेले रह जाएगी अपने घर भी नही जा सकेगी।
मधुमक्खी ने कहा- मेरे दोस्त हम कही रुक जाते है तुम आराम कर लो। 😢😢😢
जुगनू ने मुस्कुराते हुए कहा- नही मेरे पास वक्त बहुत कम हैं जल्दी चलो तुम्हें अपने घर पहुँचा दूँ।
जब दोनों छत्ता तक पहुंचे वैसे ही जुगनू मर चुका था। अब
मधुमक्खी के आसु रुक ही नही रहे थे।
मधुमक्खी ने कहा- अब मैं अकेली हो गई दोस्त । 😓😓😓😓😓