7 सितम्बर 2024
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बेहतरीन पंक्तियां बहुत सुंदर 👌👌 आप मेरी कहानी प्रतिउतर और प्यार का प्रतिशोध पर अपनी समीक्षा और लाइक जरूर करें 🙏🙏
8 सितम्बर 2024
शीर्षक --प्यारा दोस्तप्यारा दोस्त सुन कर, आंखों में आंसू आ गया ।वो अनजाना चेहरा ,मेरी पहचान बन गया ।उसकी यादें मेर
शीर्षक ---संयुक्त परिवार संयुक्त परिवार का घर जहाँ बसी होती है बचपन की सारी खुशियाँ ।जहाँ दादा दादी का प्यार होता था,जहाँ माँ बाबा का लाड़ होता था।जहाँ चाचू
शीर्षक--मेरे कान्हामेरेकान्हा ओ मेरे कान्हातेरा जन्म पापों का उद्धार किया हैजब जब धरती पर बढ़ी है बुराईतब तब तूने आकरउनका किया संहारओ मेरे कान्हा ओ मेरे कान्हापाप की मटकी भरी हैआकर अब तो आकरफोड़ दोजग
गणपति ज्ञान ध्यान बुद्धि के राजा गणपति का आज दरबार सजा मन से जो भी मांगोगे आज सबको दें जाएंगे गणपति महाराजा खुशियों से सबकी झोली भर देंगे जिसका नही है किसी