शीर्षक --प्यारा दोस्त
प्यारा दोस्त सुन कर,
आंखों में आंसू आ गया ।
वो अनजाना चेहरा ,
मेरी पहचान बन गया ।
उसकी यादें मेरे दिल ,
में मकान बना लिया ।
मैं ने कभी सोचा ही नही ,
था कि मेरे विरान जिंदगी,
में मेरा प्यारा दोस्त बहार,
ले कर आया ।
उसकी हंसी बहुत प्यारी थी ,
उसकी बातें बहुत हंसी थी ।
वो कभी खुद से खफा नही ,
रहता है ।
बस कभी कभी वो उदास ,
हो जाता है ।
क्योंकि बेचारे के पास एक,
दिल है ।
उलझन हजारों है ।
सबकी उलझन सुलझाते,
सुलझाते ।
खुद ही कहीं खो सा जाता है ।
समय के साथ खुद को,
ढाल लेता है।
बातें ऐसी करता है कि ,
रोने वाले को हंसा देता है।
हंसने वाले को रूला देता है ।
मेरा प्यारा दोस्त एक अनसुलझी ,
पहेली है ।
जो सुलझाने के बाद भी उलझी,
पहेली है ।
वक्त के साथ उसने मुझे,
जीना सिखाया ।
पर कभी वो हमसे,
खफा कभी नही होता है ।
पता नही किस मिट्टी का ,
बना है ।
काश हम भी बन पाते ,
उसके जैसे ।
सबको खुश रख पाते,
ये हुनर काश उससे सीख,
पाते ।
मेरी दुनिया बसा है उसके ,
सहारे ।
इस दोस्ती को समझ पाना ,
बहुत ही मुश्किल है ।
दोस्ती तो सब से हो जाती ,
है मेरी ।
पर दिल की बातें तो तुझ से ,
ही कर पाते हैं।
एक दूसरे को यूँ ही सताते,
रहेंगे।
बस एक दूसरे के दिल में ,
यूँ ही धड़कते रहगें।
हम दोनों सबसे प्यारे दोस्त ,
हमेशा बने हैं बने रहेंगे ।
ये सफर दोस्ती का कभी,
खत्म न हो ।
तेरी मेरी दोस्ती दुनिया में
सबसे प्यारा है ।
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
🙏🌺🍫🎂
सुकून