1 नवम्बर 2022
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Poem writerD
मैं मन वचन कर्म वाणी से प्रेम सौहार्द्र लुटाता हूँ इस कविता के माध्यम से मैंभारत की व्यथा सुनाता हूँ।क्या बीती होगी बसुंधरा पर जब भुजाओं को काटा गयाआंखो से अश्रु बहे ह