आज चौथी बार रूसी राष्ट्रपति के तौर पर व्लादिमीर पुतिन शपथ ले चुके हैं। मार्च में हुए चुनाव में पुतिन ने 77% वोट हासिल किए थे। पुतिन अब रूस में जोसेफ स्टालिन के बाद सबसे ज्यादा सत्ता में काबिज रहने वाले नेता बन चुके हैं। अलेक्सी नवाल्नी ने उन्हें चुनावों के दौरान चुनौती पेश की थी लेकिन उन्हें वोट डालने से ही रोक दिया गया था। जिसके बाद नवाल्नी के समर्थकों ने उन्हें चुनाव से बाहर करने का आरोप लगाया था।
व्लादिमीर पुतिन 2000, 2004 और 2012 में राष्ट्रपति चुने गए थे। वहीं 2008-12 तक पुतिन प्रधानमंत्री चुने गए थे। पुतिन, रूस (तब सोवियत संघ रहे) के तानाशाह रहे जोसेफ स्टालिन के बाद सबसे लंबे वक्त तक शासन करने वाले लीडर बन चुके हैं। स्टालिन 1922 से 1952 तक 30 साल सत्ता में रहे थे।
पुतिन साल 2000 से सत्ता में हैं। अब वह और 6 साल तक यानी 2024 तक देश के राष्ट्रपति पर पर काबिज रहेंगे। वह कुल 24 साल सत्ता में बने रहेंगे।
अपनी जीवनशैली की वजह से पुतिन हमेशा से ही चर्चा में बने रहते हैं। 65 साल की उम्र में भी वह इस कदर युवा नजर आते हैं कि उनकी असल उम्र पर विश्वास नहीं होता।
सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप और यूक्रेन से क्रीमिया को हड़प लेने के चलते पुतिन का पिछला कार्यकाल चर्चा में रहा।
पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों और 2016 में दुनिया भर में गिरी कच्चे तेल की कीमतों के बाद रूस की अर्थव्यवस्था को उबारना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। वहीं इस चुनाव से पहले पुतिन ने लोगों से जीवन स्तर में सुधार का वादा किया था।
किसी युवा से कम नहीं हैं 65 साल के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन