जो मेरे 4 मिनट छोटी है ।😊💞
जब जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का कार्य शुरू हुआ । तब
नर्स ने नाम पूछा तो मेरी मम्मी ने जल्दी ही नाम बता
दिया , क्योंकि वो तो पहले से हि हम दोनों बहनों का
नाम सोच रखी थी ।😊💖 पहले से ही मेरे कहने का
मतलब ये है की वो शादी से पहले ही उनको दोनाम बहुत
अच्छी लगी थी । तो मम्मी ने सोच लिया कि मेरी भी जब
बेटियाँ होगी तो यही नाम रखूँगी | वो नाम मेरी मम्मी के
प्रोफेसर की बेटियों का था । जो कि वो दोनों भी जुड़वा
ही थी । एक का नाम अनामिका 😊था और एक का
अवनितिका ।😊
मेरी मम्मी ने मेरा नाम अनामिका और मेरी जुड़वा बहन
का नाम अवनितिका रखा ।👩❤️👩
😊 वैसे नर्स ने हमदोनो का नाम जन्म होते ही रख दिया
था ।😀
मेरा हिरिया और छोटी बहन का जिरिया😘🤭🤗 है
ना अच्छा नाम😜
फिर हमलोग मामा जी के घर आ गए ।
वहाँ का नियम है ।जब लड़की होती है तो वहाँ गाँव में
जलेबी बाटी जाती है। वो सब भी हो गया ।😊
गाँव में जब लोगों को पता चला की नेहा की (यानि की
मेरी मम्मी को ) जुड़वा बच्ची हुई है तो लोग देखने आने
लगे ।😀 जब एक फुआ आयी वो मेरी मम्मी फुआ
लगती थी । उन्होने हम दोनों का नाम रखा🤗 तारा मेरा
और सितारा छोटी बहन का ।
मामा जी ने हेवली🤭 और केवली😜 रखा । नाना जी
ने सुभद्रा और संकेशा रखा🤗
एक दिन की बात है जब मेरी मम्मी से उनकी एक भाभी
मिलने आयी । कुछ देर तक बाते हुई उन दोनों के बीच ।
उसी दौरान वो महिला मेरी मम्मी से बोली अगर ये😒
( मेरी छोटी बहन को ) लड़का हुई होती तो कितना अच्छा
होता ।
💖💖💖💖💖
😊अब मेरे पापा जी की बात आपको बताती हूँ ।😊
मेरे पापा जी को तो पता भी नहीं था कि हमलोगों का
जन्म हो गया है 🤭, क्योंकि तब तो फोन था नहीं मेरे
घर ।😏 कि तुरंत बता दिया जाए । मेरे पापा जी को
उनके एक दोस्त बताए कि तुम्हारी जुड़वा बेटी हुई है ।
क्रमशः