कविता कोश संग्रह
0.0(0)
0 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
हमारे साथ चल के देखो...जिन्दगी इतनी आसान नही !कभी इसे जान के तो देखो।एक हंसते हुए चेहरे के पीछे,का दर्द कभी पहचान के तो देखो।यूं ही नही हम डूब जाते है खामोशियो मे,कभी इन खामोशियो का दर्द जानकर तो देखो
सरक रहा सूरज पश्चिम की ओर,धरती का नाप कर लम्बा सा छोरबदल रहा नभ का है रंग,छूट रहा धूप का भी संगपंछी भी लौट रहे नीड़,ऊब रहे खड़े दिन भर के चीड़खोई है अपने में अलसाई झील,बढ़ा अंधेरा पर्वत को लीलशाम ढली