सीएसई यानि सेंटर फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट की रिपोर्ट ने हर घर में हड़कंप मचा दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जिस ब्रेड को हम और आप खाते हैं उससे कैंसर होने का खतरा है. CSE ने ब्रेड बनाने वाली सभी बड़ी कंपनियों का सैंपल लिया था जिसमें से 84 फीसदी फेल हो गए हैं. रिपोर्ट सामने आने के बाद खाने की गुणवता पर नियंत्रण रखने वाली संस्था FSSAI ने कहा है जिस पोटैशियम ब्रोमेट से कैंसर का खतरा बताया जा रहा है उसके इस्तेमाल पर रोक का फैसला हो चुका है.
ब्रेड आजकल हमारे खाने का एक अहम हिस्सा बन चुका है. फिर वो चाहे सैंडविच हो, पाव भाजी हो.. बन हो.. या पिज्ज़ा हो. ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक में ब्रेड का खूब इस्तेमाल हो रहा है. CSE की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘देश भर में मिलने वाले ब्रेड में से करीब 84 फीसदी के सैंपल फेल हो गए हैं. इनमें पोटेशियम ब्रोमेट और पोटेशियम आयोडेट की मात्रा 65 से 100 फीसदी तक पाई गई है जिसकी वजह से कैंसर होने का खतरा बढ़ा है.’
फेल होने वाले सैंपल्स में हार्वेस्ट गोल्ड, ब्रिटैनिया और परफैक्ट ब्रेड जैसे बड़े ब्रांड्स भी शामिल हैं जिनमें इनकी मात्रा औसत से काफी ज्यादा पायी गयी है. दोनों कैमिक्लस की सबसे ज्यादा मात्रा व्हाइट ब्रेड, पाव, बन और पिज्जा में मिली है. जांच से पता चला कि इससे किडनी, थॉयराइड ग्रंथि और पेट में कैंसर हो सकता है.अधिकhttp://abpnews.abplive.in/india-news/breads-pavs-buns-and-pizza-bases-contain-cancer-causing-chemicals-says-latest-cse-report-381064/