हिमालय की चोटी में कैलाश वन्देमातरम
हिन्द पारावार की लहर वन्देमातरम
है उड़ रहा आकाश में तूफान वंदेमातरम
वीरता के रग में रक्त उफ़ान वन्देमातरम
सर कटे धड़ लड़ रहे हुंकार वन्देमातरम
है लहू लुहान जो तलवार वन्देमातरम
वीरो की शान है मेवाड़ वन्देमातरम
राणा की पुकार में ललकार वन्देमातरम
छत्रपती की गर्जना में जयकार वन्देमातरम
इस मिट्टी के लाल का बलिदान वन्देमातरम
माँ भारती की ममता का प्यार वंदेमातरम
.........पारस