अतिक्रमण से सिकुड़ती सड़के जाम का कारण बनती हैं और हमें समय पर अपने गन्तव्य तक पहुंचने में सबसे बड़ी बाधा के रूप में पेश आती हैं।शहर,कस्बे और गाँव सभी जगह यह सड़क किनारे नालियों,फुटपाथ और अन्य खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कानून और व्यवस्था के लिए भी एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।दूकान से आगे नाली को ढकने से नालियों की सफाई सही ढंग से नहीं हो पाती जिससे नालियाँ चोक होकर बरसात के दिनों में सड़को पर जलभराब का कारण बनती हैं।खाली पड़ी सरकारी जमीनें असमाजिक तत्वों के जमावड़े के साथ उसके आर्थिक दृष्टि से उपयोगी होने पर आर्थिक स्रोत के रुप में काम में लाई जाती हैं।जोकि आगे चलकर कानून और व्यवस्था के लिए मुश्किल खड़ी करने का काम करती हैं।कई जगहों पर फुटपाथ पर कब्जा करके लकड़ी या लोहे की चादर का खोखा रखकर उसके आगे बास पर तिरपाल डाल रास्ता संकरा किया फिर राहगीरों के टोकने पर लड़ने को आमादा।अधिकांश जगह फल वाले ठेले इसी प्रकार का आक्रामक रवैया अख्तियार करते देखे गए हैं।राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते पुलिस भी असहाय नज़र आती है।जब पानी सिर के ऊपर पहुंचता है तब प्रशासन चेतता है।तब तक काफी नुकसान हो चुका होता है।