06 दिसंबर, 1992 को घटी इस घटना (बाबरी मस्ज़िद विध्वंस) को याद करके आज भी भारतीयों की नसों में सिहरन दौड़ जाती है. घटना और उसके बाद हुए देशव्यापी दंगों से देश को उबरने में दिनों, हफ्तों और कहीं कहीं तो महीनों लग गए. अब जबकि इसको पच्चीस साल हो चुके हैं और ये मुद्दा कोर्ट में
गंगा जमुना संस्कृति का समन्वय करने वाला ये देश जिसके गौरव का लोहा समूचा विश्व प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मानता चला आ रहा है| ये देश सूफियों और हिन्दू धर्म गुरुओं की कर्म भूमि रहा है ये देश उन महा पुरुषों की धरोहर है,जिन्होंने इसे अ