सुनो मेघदूत!सुनो मेघदूत!अब तुम्हें संदेश कैसे सौंप दूँ, अल्ट्रा मॉडर्न तकनीकी से, गूँथा गया गगन, ग़ैरत का गुनाहगार है अब, राज़-ए-मोहब्बत हैक हो रहे हैं!हिज्र की दिलदारियाँ, ख़ामोशी के शोख़ नग़्मे, अश्क में भीगा गुल-ए-तमन्ना, फ़स्ल-ए-बहार में, धड़कते दिल की आरज़ू, नभ की नीरस निर्मम नीरवता-से अरमान, मुरादों