Dr. Mohd. Israr
जन्म स्थान : सहारनपुर, उत्तर प्रदेश शिक्षा : एम.ए. (हिन्दी, संस्कृत, शिक्षाशास्त्र), पी-एच. डी. शिक्षण अनुभव : आठ वर्ष सहायक प्राध्यापक के रूप में ‘इस्लामिया डिग्री कॉलेज, देवबंद’ में कार्य किया। सात वर्ष से ‘अज़ीम प्रेमजी स्कूल, दिनेशपुर’ में सहायक अध्यापक के रूप में कार्य कर रहे हैं। बीस से अधिक राष्ट्रिय व अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार में प्रतिभाग करते हुए अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए। साथ ही दो सेमिनार में अध्यक्षता करने का अवसर भी मिला। सम्पादन अनुभव : देवबंद से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका ‘लाइव रिपोर्ट’ का एक वर्ष तक कुशलतापूर्वक सम्पादन किया। लेखन : कहानी लेखन में लगभग पन्द्रह वर्ष पहले रूचि उत्पन्न हुई थी जो जो आज तक बरक़रार है। विभिन्न पत्र-पत्रिका में भी अनेक कहानियाँ प्रकाशित हैं। जिन उन पर पाठकों की अच्छी-बुरी प्रतिक्रियाएं भी खूब मिली हैं। शिक्षा जगत से लम्बे समय से जुड़े होने के कारण शिक्षा के परिप्रेक्ष्य और शिक्षण-शास्त्र से सम्बन्धित अनेक आलेख लिखे हैं। जो विभिन्न जर्नल और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। सम्प्रति : सहायक अध्यापक, अज़ीम प्रेमजी स्कूल, वार्ड न. 3, निकट- गुरुद्वारा, दिनेशपुर (उत्तराखण्ड)- 263160 सम्पर्क : mohammadisrar15@gmail.com
शिक्षा, शिक्षक और शिक्षण
तीन वर्ष शिक्षक-शिक्षा में कार्य करते हुए शिक्षा के परिप्रेक्ष्य और सैद्धांतिक पक्ष को निकटता से जानने-समझने और अनुभव करने की कोशिश की। अनेक वर्षों तक पेशेवर शिक्षक के रूप में प्राथमिक, उच्च-प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते
शिक्षा, शिक्षक और शिक्षण
तीन वर्ष शिक्षक-शिक्षा में कार्य करते हुए शिक्षा के परिप्रेक्ष्य और सैद्धांतिक पक्ष को निकटता से जानने-समझने और अनुभव करने की कोशिश की। अनेक वर्षों तक पेशेवर शिक्षक के रूप में प्राथमिक, उच्च-प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते
"उग्र बनाम मंटो"
उर्दू में सआदत हसन मंटो की बहुत सी कहानियाँ पढ़ने के बाद विचार आया कि हिंदी में भी मंटो जैसा कोई विवादस्पद लेखक है? काफी खोजबीन करने पर ज्ञात हुआ कि ऐसा लेखक तो पाण्डेय बेचन शर्मा "उग्र" ही है. उग्र की अनेक कहानियाँ और उपन्यास पढ़ने के बाद विचार आया क
"उग्र बनाम मंटो"
उर्दू में सआदत हसन मंटो की बहुत सी कहानियाँ पढ़ने के बाद विचार आया कि हिंदी में भी मंटो जैसा कोई विवादस्पद लेखक है? काफी खोजबीन करने पर ज्ञात हुआ कि ऐसा लेखक तो पाण्डेय बेचन शर्मा "उग्र" ही है. उग्र की अनेक कहानियाँ और उपन्यास पढ़ने के बाद विचार आया क