महाराष्ट्र के नागपुर के एक गांव से गैंगरेप का एक मामला सामने आया है. यहां चार लोगों ने 13 साल की एक बच्ची का गैंगरेप किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्ची को मोबाइल फोन का लालच देकर आरोपी अपने साथ ले गए, फिर गांव के श्मशान घाट ले जाकर उसका रेप किया गया.
मामले को ठीक तरह से जानने के लिए हमने इंडिया टुडे से जुड़े कौशल पांडेय से बात की. हमें जो भी पता चला, हम आगे बताने जा रहे हैं.
(नोट- इस स्टोरी में लड़की की पहचान छिपाने के लिए हम उसका नाम प्रगति रख रहे हैं. ये उसका काल्पनिक नाम है.)
गांव के एक लड़के से प्रगति की दोस्ती थी. वो लड़का 16 साल का था. लड़के ने प्रगति को मोबाइल खरीदवाने का लालच दिया. उससे कहा कि वो रात को अपने घर से निकले, फिर उसके लिए मोबाइल लेने चलेंगे.
8 सितंबर की रात करीब 11 बजे प्रगति ने अपने घरवालों से कहा कि वो शौच के लिए जा रही है. (जिस गांव की ये घटना है, वहां कुछ लोग आज भी खुले में शौच कर रहे हैं.) वो घर से निकली. प्लान के मुताबिक वो लड़का उसे घर के बाहर मिला. उस लड़के के साथ तीन लड़के और थे. इन तीनों में से एक लड़का नाबालिग था, और प्रगति का मौसेरा भाई था. दो लड़के अमित जयप्रकाश ठाकुर और बलवंत गौंड बालिग थे. ये चारों लड़के मिलकर प्रगति को जबरन श्मशान घाट लेकर गए. जहां एक-एक करके चारों ने उसका रेप किया. उसके बाद उसे धमकी दी, कि अगर वो अपने घरवालों को इस बारे में बताएगी, तो उसके साथ और बुरा होगा.
प्रगति 9 सितंबर की सुबह अपने घर पहुंची. घरवालों ने उससे पूछताछ की. बहुत देर तक पूछने के बाद उसने आखिरकार सारी बात बता दी. घरवालों ने पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने चारों लड़कों के खिलाफ गैंगरेप, अपहरण और मारपीट का केस दर्ज किया. पॉक्सो एक्ट की भी धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया. चार में से दो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है. लेकिन दो अभी भी फरार हैं.