मुक्त कर देना
जब अपने आप को गहराई में पाओ
जब स्वयं को भी समझ ना पाओ
बिखरने लगे सारे बन्द
ओर घोर तिमिर आंखो के समक्ष आये तो
मुक्त कर देना स्वयं को ...
सुशील मिश्रा ‘‘क्षितिज राज ‘‘
22 दिसम्बर 2022
मुक्त कर देना
जब अपने आप को गहराई में पाओ
जब स्वयं को भी समझ ना पाओ
बिखरने लगे सारे बन्द
ओर घोर तिमिर आंखो के समक्ष आये तो
मुक्त कर देना स्वयं को ...
सुशील मिश्रा ‘‘क्षितिज राज ‘‘