सीमित ऊर्जा का विस्तार हूँ
मैं क्षितिज हूँ मैं स्वंय में एक राज हूँ
ना जमीं ना आसमां
मैं क्षितिज हूँ ‘‘क्षितिज राज‘‘ हूँ
सुशील मिश्रा ‘‘क्षितिज राज‘‘
22 दिसम्बर 2022
सीमित ऊर्जा का विस्तार हूँ
मैं क्षितिज हूँ मैं स्वंय में एक राज हूँ
ना जमीं ना आसमां
मैं क्षितिज हूँ ‘‘क्षितिज राज‘‘ हूँ
सुशील मिश्रा ‘‘क्षितिज राज‘‘