अंकल पापा की शर्मिष्ठा शीत पर किसका किसका नाम होगा ,
यह सुनकर मैं हैरान सा हो गया क्योंकि ये सवाल बड़ा अजीब सा था उस जगह और मैं सोच में पड़ गया कि अंत्येष्टि में आया एक बेटा यह सवाल भी पूछ सकता हैं
और वो भी जब तक कि उसके पिता को अग्नि देकर byete ही थे
फिर से वहीं सवाल पूछ तो मुझे बहुत क्रोध आया लेकिन अपने क्रोध को काबु करके मैंने यहां जानना चाहा कि वो ये सवाल क्यों कर रहा हैं ????
मैंने कहा बेटा ये समय हैं कोई "नई अंकल माफ करियेगा
तभी किसी की बहोत तेज रोने की आवाज आई सुनकर छोटा भी उससे लगाकर रोने लगा मैं कुछ समझा पता इसके पहले दोनों मेरे काफी पास आकार byete गए थे