शीर्षक-ऑनलाइन गेमिंगआजकल के फ़ैशन में हर किसी के जुबान पर वीडियो गेमिंग ऑनलाइन गेमिंग का नशा चढ़ा है।बच्चे बड़े बूढ़े जबान सब खोये रहते हैं वजह ये है की हम सब अबइंटरनेट और तकनीक वाले युग में जी रहे हैं।आज
वैष्विक बाजार इंटरनेट के माध्यम से तेजी से प्रसार कर रहा है। धीरे-धीरे व्यापार के पुराने माध्यमों का स्थान नये माध्यम पकड़ रहे हैं जिसमें ऑनलाईन षॉपिंग, रिटेल मार्केट, फैषन, फिल्म-संगीत, एनिमेषन, स्वास
खोखो कबड्डी सतगोला पोषमपाई पोषम पा, चिड़िया बल्ला, चैन चैन, पकडम पकडाई, कलर कलर चिंगापो यह गेम मानो कहीं लुप्त हो गये,बस यादें बची है दिलों में..... जब कभी बातें चलती बचपन की तब कहीं याद आते यह खेल
मनोरंजन के लिहाज से अगर बात करे तो ऑनलाइन गेमिंग काफी अच्छा मनोरंजन का साधन है किन्तु कुछ ऐसे ऑनलाइन गेम भी है जिनमे वित्त्य जोखिम का खतरा बना रहता है जो गेम भारी शुल्क लेकर के या जिनमे भारी शुल्क अदा
मेरे प्यारे अलबेले मित्रों !बारम्बार नमन आपको🙏🙏 इस डिजिटल युग में,ऑन लाइन का है बोलबाला !ऑन लाइन गेमिंग में,किशोरों ने निकाला दिवाला !!इस छलावे के चक्कर में,बनना चाहते हैं मालदार !किशोरों के सि
वक्त कितनी तेज पंख लगा कर उड़ता है कोई कैसे समझ सकता है एक वक्त था जब गांव के कुओं पर महिलाओं का जमघट लगा था और ढेर सारे गीत सुनने को मिलते थे साथ ही आपसी लगाव भी बढ़ता था, अगर किन्ही दो लोगो में नारा
आज के समय में ऑनलाइन गेमिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण गेम बन गया है आज ज्यादातर युवाओं के लिए ऑनलाइन गेमिंग एक अच्छा सा टाइम स्पेंड करने का ही जरिया है बहुत से लोग ऑनलाइन गेमिंग के द्वारा पैसा भी कमा रहे
आज के समय में ऑनलाइन गेमिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण गेम बन गया है आज ज्यादातर युवाओं के लिए ऑनलाइन गेमिंग एक अच्छा सा टाइम स्पेंड करने का ही जरिया है बहुत से लोग ऑनलाइन गेमिंग के द्वारा पैसा भी कमा रहे
ऑनलाइन गेमिंग एक छलावा, कमाई कराने का झूठा दावा है।गेम के नाम पर लोगों को लूट रहे हैं, हर मनुष्य के पसीने छूट रहे हैं।।लत है बुरी नशा चढ़ जाता है,आदमी कमाई के लोभ में फंस जाता है।हो जात