रियु चौहान 🌸
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एक बेटी हु मैंफिर क्यो मारते हो मुझे चिड़िया सी सीधी हु मैं फिर क्यो सांप बनकर डसते हो मुझेफूल हु तेरे आंगन का फिर क्यो कांटा समझकर काटते हो मुझे एक बेटी हु मैंफिर क्यो मारते हो मु