सांस्कृतिक नेतृत्व
भारत देश ने लम्बे समय तक विश्वगुरु का पद सुशोभित किया है. एक मनुष्य की तरहएक राष्ट्र भी भौतिक और आत्मिक संयोग से बनता है. और संस्कृति ही एक देश की आत्मा होतीहै. अनन्त काल से इस उजली आत्मा के बल पर ही भारत देश ने अपने आप को अनेक सांस्कृतिकआक्रमणों के बाद भी जीवित रख है. इस