प्रेम के विभिन्न रंग होते है। हर किसी के जीवन में प्रेम किसी न किसी रूप मे शामिल अवश्य होता है। संयोग रस में खुशियों की बारिश करते है तो वियोग रस से दिल के दर्द को आखों से बरसाते हैं। इन्हीं रंगों को अलग अलग कहानियों के मध्यम से दर्शाया गया है।
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बहुत बढ़िया
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सात महीने बाद कुंज छुट्टियों मे घर वापस आया था उसके आने से पूरे घर मे त्यौहार जैसा माहौल छाया हुआ था। उसकी माँ कावेरीजी मुहल्ले मे अपने बेटे की तारीफ करते नही थकती थी और जायज भी था आखिर बेटा फौजी