यह एक साइंस फिक्सशन पर आधारित स्टोरी है जिसमे पृथ्वी के साथ साथ अन्य दूसरे ग्रहों के बारे मे लिखा गया है जहाँ जीवन संभव है। इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है यह केवल मनोरंजन हेतु लिखी गई कहानी है।
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एसवी यूनिवर्सिटी, इंडिया (Year- 2220) ***********************एक लड़का साईकल चलाते हुए आता है अंडरग्राउंड में बने स्टैंड पऱ अपना साइकल खड़ा कर सामने बिल्डिंग की ओर एक नजर डालता है जिस पऱ बड़े बड़े अक
महाकाय बाहर पार्क में आकर अपनी आँखे बंद बेंच से टेक लगाकर बैठ हुआ था । थोड़ी देर बाद उसने आँखे खोली और अपने कानों के कुंडल को हल्का सा टच किया फिर आँखे बंद कर ली अगले ही पल उसके चेहरे पऱ सुकून भरा मुस्
सुबह के करीब तीन बज रहे थे ज़ब सहर्ष प्लेन को चालीस हजार फ़ीट की ऊंचाई पऱ उड़ा रहा था उसकी स्पीड पंद्रह सौ किलोमीटर प्रति घंटा थी। कॉकपिट में को पॉयलेट ईवाना भी मौजूद थी। लैंडिंग में कुछ ही देर बचे हुए थ
कर्ट अपने लैब के लिए जा चुका था सहर्ष नाईट ड्यूटी करके आया था इसलिए वो अब सो रहा था। महाकाय और ऊर्जित आईओएआर के लिए चल पड़े क्योंकि मि सूर्यवंशम ने उन्हें इसी टाइम पर मिलने के लिए बुलाया था। महाक
कुछ ही समय में पुरे इको फ्रेंड सिटी में तहलका मच चुका था सभी इसी धमाके के बारे में बात कर रहे थे। आईओएआर एरिया का हालत काफ़ी खराब था इस वक़्त कई सारी बिल्डिंग्स के गिरने के वजह से कई लोगों की जान चली गई
तीस - चालीस दिन बीत चुके थे उस हादसे को लेकिन अभी तक दोनों ग्रह के साइंटिस्ट को तीसरे ग्रह की कुछ खबर नहीं मिली थी। कैलटॉन के बार बार कहने पर सूर्यवंशम ने फिर से महाकाय के बारे मे इन्वेस्टीगेशन
एरिलोना प्लेनेटएरिलोना के शहरों मे एक न्यूज़ काफ़ी तेजी से फ़ैल रही थी उसे सुनकर सभी आश्चर्यचकित थे क्योंकि आज तक एरिलोना पर ऐसी कोई घटना नहीं घटी थी। वहाँ के अर्ल और प्रशासन विभाग हैरान और परेशान
एरिलोना प्लेनेटनीले आकृति से नृपा और हरे आकृति से और्यस निकल कर उस तपते हुए जगह पर ख़डी हो गई। नृपा ने चारों ओर गर्दन घुमा कर देखा फिर यान को देखकर उसकी आँखे फ़ैल गई। वो आँखे फैलाये और्यस को देखती
एरिलोना प्लेनेट" हमें आपका इंतजार रहेगा और्यस! आप जल्द से जल्द इस मिशन से सफल होकर लौट आये...। " जेजे ने मुस्कुराते हुए और्यस से कहा।" इंतजार तो हमें भी है जेजे... किसी को उसकी लिमिट सीखानी है... आजकल
रायध यान को ऑपरेटर कर रहा था नृपा और और्यस के सामने इनविजीबल स्क्रीन खुला हुआ था जिस पर कुछ पढ़ रही थी। उनका यान तेजी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा था। -" और्यस! क्या तुम्हें विश्वास है कि वो वहाँ अभी तक