"आतंकवाद जहाँ "
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सिर - बांधे लाल पगड़िया
दुनिया को बताएगा
तेरी करतूतों - कहर
तुझको ही समझायेगा |
गांती बांधे चलता था
दुनिया पर कहर वर्षाया
मैं! बातों से समझाता
सब मिलजुल लतियायेंगे |
धरा - अमन सभी चाहते
कसमें सभीने खाई इ
हर्षित रहते सारे बच्चे
कौन तुझे समझायेगा |
काश्मीर केवल बहाना
दिल दुनिया का दुखाये
हंसती खेलती जिंदगी
तुमने बम वर्षाये हो |
त्राल शहर कहर मचाया
अफ्रीका मिले अबू बकर
सीरिया में युद्ध कराता
ईरान- रार मचाये हो |
अफगानी- अमेरिकी मार?
घाव नाइजीरिया किया
यमन आतंक मचाते
पाक - युद्ध कराते हो |
लीबिया - तीन सौ तैतीस
मार ,कदम ,सोमालिया
आतंकवाद फैलाये हो
तुर्की को घायल करता
मीडिया सामने आये हो |
सिर बांधे लाल पगड़िया
दुनिया को जगायेगा
तेरी करतूतों - कहर
तुझको ही समझायेगा | |
- सुखमंगल सिंह