सुखमंगल सिंह
खुद को जानो दिल भी पहचानो होगे महान महान,खुद को जानो दिल भी पहचानो होगे महान महान,खुद को जानो दिल भी पहचानो होगे महास ,खुद को जानो दिल भी पहचानो होगे महास ,खुद को जानो दिल भी पहचानो होगे महास ,खुद को जानो दिल भी पहचानो होगे महान
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" शारदे दया करो"बसंत ऋतु की मंगल बेला मेंबागेश्वरी शारदा प्रकट हुई।बसंत पंचमी की तिथि थी वहपांचों तत्व थीं लिये खड़ी।ज्ञानतत्व कुबुद्धी का नाशक<p dir
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<p>" शारदे दया करो"</p><p dir="auto">बसंत ऋतु की मंगल बेला में</p><p dir="auto">बागेश्वरी शारदा प्रकट हुई।</p><p dir="auto">बसंत पंचमी की तिथि थी वह</p><p dir="auto">पांचों तत्व थीं लिये खड़ी।</p><br><p dir="auto">ज्ञानतत्व कुबुद्धी का नाशक</p><p dir
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सोशल साइट पर सुखमंगल सिंह से लोगों की लिखित वार्ता"<p style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: a
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<p><span style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: arial, sans-serif; font-size: 12.8px;">सोशल साइट पर <span class="il">सुख</span><span class="il">मंगल</span> सिंह से लोगों की लिखित वार्ता"</span></p><p style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: a
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<p><span style="color: rgba(0, 0, 0, 0.87); font-family: Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif; font-size: 14px; white-space: pre-wrap;">विश्व पटलपर हिंदी साहित्य-सुखमंगल सिंह </span></p><p><span style="color: rgba(0, 0, 0, 0.87); font-fa
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<br><p class="gs" style="margin: 0px; padding: 0px 0px 20px; width: 441.108px; color: rgb(34, 34, 34); font-family: Roboto, RobotoDraft, Helvetica, Arial, sans-serif; font-size: medium;"></p><p class=""></p><p id=":1pn" class="ii gt" style="font-size
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"<span class="m_1524015294574721247gmail-m_2909186464239793860m_-4547371157308001687gmail-m_7258749014596880739gmail-il" style="color: rgb(34
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<p><span style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: small;">"</span><span class="m_1524015294574721247gmail-m_2909186464239793860m_-4547371157308001687gmail-m_7258749014596880739gmail-il" style="color: rgb(34
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<p><span style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: small;">अयोध्या की याद आती है </span></p><p style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: small;">प्रतिपल मुझे अयोध्य
लोकोक्तियां -sukhmangal
काम है प्यारा , नहीं चाम है प्यारी काम परे कछु और है काम सरे कछु और! काया राखे धर्म आपनों, तुलसी भावर के परे! समय पाए तरुवर फरेे, केतक सीचो नीर! कारज धीर होत है, काहे होता अधीर। काली घटा डरावनी, धावली वरसन हार ! कारी मां के गोरे बालक, कारी मुर्
लोकोक्तियां -sukhmangal
काम है प्यारा , नहीं चाम है प्यारी काम परे कछु और है काम सरे कछु और! काया राखे धर्म आपनों, तुलसी भावर के परे! समय पाए तरुवर फरेे, केतक सीचो नीर! कारज धीर होत है, काहे होता अधीर। काली घटा डरावनी, धावली वरसन हार ! कारी मां के गोरे बालक, कारी मुर्
नरेंद्र मोदी और कांग्रेस
पास हमारे ऐसा ज्ञान औरों को भी दिलाए मान | सम्मान और हुनरवान दुनिया में सुन्दर विज्ञान || विज्ञानियों में - ज्ञानवान ज्ञानियों में हैं ध्यानवान | ध्यानी - ग्यानी श्रेण
नरेंद्र मोदी और कांग्रेस
<p>पास हमारे ऐसा ज्ञान </p><p> औरों को भी दिलाए मान | </p><p>सम्मान और हुनरवान </p><p> दुनिया में सुन्दर विज्ञान || </p><p>विज्ञानियों में - ज्ञानवान </p><p> ज्ञानियों में हैं ध्यानवान | </p><p>ध्यानी - ग्यानी श्रेण
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<p dir="auto" style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: small;">भक्ति - नारद</p><p dir="auto" style="color: rgb(34, 34, 34); font-family: Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: small;">श्री कृष्ण कहीं ना च