हमारे देश में हिन्दू ,मुश्लिम ,सिख ,इशाई समुदाय के लोग रहते है संविधान की मनसा के अनुशार
मनुष्य -मनुष्य में कोई भेद नहीं है जाती ,वंश ,धर्म ,लिंग में भेदभाव नही हो सकतासभी के साथ एक जैसा व्यवहार किया जाना चाइये यही प्रकृति का नियम भी है ! भारत के एक राजनैतिक दल को जनता ने पूर्ण बहुमददिया हर समाज ,समुदायों के लोगो ने अपना मत देकर लोकतंत्र चुना ,उस तंत्र को चाइये की उसका व्यवहार भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए सामान होना चाइये ! लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेता हमारे देश में दो समुदायों के बीच नफरत फैलाकर देश को तोड़ने की ,कमजोर करने की राजनीती करते है सत्ता पाने के लिए दूषित नीति उपयोग करते है भारत के प्रधानमंत्री के राजनैतिक जीवन पर दृष्टि डाले तो ंगोधरा काण्ड इसका जीता जागता उदाहरण है उनके माथे पर यह कलंकहै की उन्होंने राजनीति लाभ के लिए भारत में दो समुदायों की भावनाओं को भड़काकर देश को कमजोर करने की दूषित राजनीति की है ! हो सकता है यह राजनीती हिन्दू वोट की खातिर की गयी हो वर्षो तक विपक्ष में रहने के बाद भाजपा ने सत्ता पाने के लिए धार्मिक मुद्दों को हवा देकर हिन्दू वोट बैंक को कब्जे में करने का राजनैतिक खेल खेला हो पर आज के समय में प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी को यह विचार करना चाइये की आप पूरे राष्ट्र की जनता का नेतृत्व कर रहे हो आप भारत में रहने वाली चार समुदायों की जनता द्वारा चुने गए नेता हो और प्रधानमंत्रि की कुर्शी पर बैठे हो आपके लिए पूरे देश की जनता एक समान है आप किसी जाती वर्ग विशेष की राजनीति नहीं कर रहे हो बल्कि पूरा भारत देश आपके लिए पुत्र समान है और पुत्रों के बीच भेदभाव नहीं होता भारत के संविधान की मंशा के अनुशार आप को काम करना होगा जहाँ सभी धर्म जाती के लोगो के प्रति सामान व्यवहार रखना होगा यही एक प्रधान सेवक का कर्तब्य होना चाइये ! पर अचम्भा होता है की उत्तर प्रदेश के मुश्लिमों ने आपको वोट दिया गोधरा काण्ड के उस दृश्य को भुलाया पर आपकी पार्टी के नेताओं ने सत्ता पाकर उनकी भावनाओं पर कुठाराघात किया आज भी आपकी राजनीती सिर्फ किसी वर्ग को भड़काना और राष्ट्र को कमजोर करना है हिंदुस्तान में हिन्दू ,मुश्लिमों को अपना जानी दुश्मन मानने लगा है यह आपकी पार्टी के नीतियों का नतीजा है ! प्रेम भाईचारा ,एकता अब हमारे देश में नहीं दिखती ,आपने देश में ऐसा माहौल कायम कर रखा है की हमारे देश का हिन्दू ,और मुश्लिम वर्ग अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं करता आजाद भारत का माहौल ऐसा है जैसे आज भी हम गुलाम है ,संविधान की पवित्रभावनाओ को कुचला जा रहा है ,एक ऐसा दलजो सदैव दो समुदायों की अपने राजनैतिक लाभ के लिए भड़काकर देशको कमजोर करने का सदैव प्रयत्नकरता है ऐसी मानशिकता किसी राष्ट्रप्रेमी की नहीं हो सकती ,आज देश के बुरे हालात है युवा बेरोजगार अपनी डिग्री लेकर बेरोजगार घूम रहा है ,महगाई आम आदमी की कमर तोड़ रही है ,आतंकवाद ,हावी है देश विरोधी ताकतें हमारे देश के बेरोजगार का दुरूपयोग कर रहे है हमारे सामाजिक विखंडन का फायदा उठा रहे है हम भले ही कमजोर हो पर हमारा विखंडन अंतर्राष्ट्रा के नक़्शे पर ना आये अपने देश को तोड़ने की राजनीति करके हम विश्व के सामने शक्तिशाली होने का प्रदर्शन नहीं कर सकते ,हम परिपक्त ना होने के बाबजूद ,झूंट और छल से खुद को शक्तिशाली शाशक होने का दावा नहीं कर सकते ,हम इन हथकंडों से अपने देश की जनता को तो मूर्ख तो बना सकते है पर देश को तरक्की की राहपर नहीं ले जा सकते हमने स्वम् प्रधानसेवक को भारत की संसद में विपक्ष का मखौल उड़ाते देखा है यह असंवैधानिक है हो सकता है उनकी यह मानशिकता इस कारण हो की उन्होंने सदैव भारतीय संविधान की भावनाओ के विरुद्ध कार्य किये है दो समुदायों को भड़का कर देश को तोड़ने की राजनीती की है इस कारण हो सकता है की वह विपक्ष की महत्वता ही भूल गए विपक्ष भी जनता द्वारा चुना गया है क्या यह भूल गए की यह वही विपक्षी दल है जिसपर देश की जनता ने 65 वर्ष तक विश्वास किया ,आप देश की जनता की आवाज दबाना चाहते हो जिस जनता ने विपक्षी दल को चुना आपको याद रखना है की आपका चुनावी एजेंडा क्या था भारत की जनता के साथ चुनाव के समय आपने क्या वादे किये थे उन वादों को निभाने के लिए आप क्या कर रहे हो केवल जुमला कह देने से जिम्मेबारी समाप्त नही हो जाती !
मलखान सिंह भदौरिया भिंड मप्र चम्बल