डॉ गोविंदसिंह जी के विरुद्ध टिप्णी कांग्रेस के लिए अशुभ संकेत मलखानसिंह श्रीदिग्गी राजा ने विषम परिस्थिति में अन्नारामदेव के तीखे वाणों का पलटवा कर कांगेस को संकट से बचाया !!!!<img src="http://bhindmalkhan.blogspot.com/2016/09/blog-post_25.html" style="line-height: 1.42857;" alt="चम्बल /चिंतनीय विषय है कि कांग्रेस का एक खेमा इस समय एक ऐसे नेता की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहा है जो चम्बल अंचल के एक लोकप्रिय नेता है इतिहास गवाह है कि डॉ गोविन्दसिंह जी जमीनी नेता है जिन्हें मध्यप्रदेश की लहार विधानसभा की जनता वर्षों चुनती आ है उनकी लोकप्रियता उनके विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित नही है बल्कि चम्बल अंचल की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की जनता उनके स्नेही वंधन में बंधी है वो ठान लें तो चम्बल अंचल की प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में राजनैतिक दलों का गणित उलझा सकते है !! पर पार्टी की और से उनके सीमित दायरे होने से वह अन्य विधानसभाओं में हस्तक्षेप नही करते !! वर्ष २००९ में गोहद विधानसभा क्षेत्र से विधायक स्व माखनलाल जाटव जी की ह्त्या के वाद होने वाले उप चुनाव की जिम्मेदारी पार्टी द्वारा श्री सिह को सौपी गयी थी !!उनकी अनुशंसा पर स्व माखनलाल जी के बेटे रणवीर जाटव को पार्टी ने टिकिट दिया था वर्ष २००९ में भाजपा और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेत्रत्व का अखाड़ा बनी गोहद विधानसभा का उप चुनाव प्रदेश के दो कद्दावर नेताओं के लिए प्रतिष्ठा विंदु बना हुआ था एक तरफ कांग्रेस के श्री डॉ गोविंदसिंह जी की प्रतिष्ठा तो दूसरी और भाजपा प्रत्यासी को जिताने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री नरेंद्र तोमर साहब की प्रतिष्ठा !!! सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने गोहद विधानसभा से अपने पार्टी के प्रत्यासी को जिताने एड़ी चोटी का जोर लगा लिया पर डॉ सिंह ने डंके की चोट पर कांग्रेस प्रत्यासी को भारी मतों से जिताया जब पार्टी पर कोई आंच आये और ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस विषम परिस्थिति में फस जाये तो संकट मोचन की तरह श्री डॉ सिंह और वरिष्ठ नेता श्री दिग्विजयसिंह जी भोलेनाथ की तरह विषपान कर पार्टी को संकट से मुक्त कराते आये है ! २ जब रामदेव और अन्ना हजारे के शब्द वाणों का पार्टी पर कोई तोड़ नही था जब भारत की जनता रामदेव और अन्नामय हो गयी थी तो ऐसी परिस्थि में एक जन
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