रागिब अहमद फरजान शाईन
मेरा उपनाम Rafsayin हैं और मैं इस साल बी. कॉम पहले वर्ष का छात्र हूँ जो की मैं डॉ. डी वाई पाटिल कॉलेज ऑफ़ पुणे से कर रहा हूँ। लेकिन मैं माराठी नही हूँ।मेरा घर बत्तिया बिहार में पड़ता हैं। मेरे अभिभावक शिझक दंपति हैं। जिसके कारण शिझा ही हमारा मौलिक और जन्मजात अधिकार हैं। लेकिन शिझा के साथ साथ मेरी अभिरुचि लिखने में भी हैं। मैं अक्सर कविता और कहानियाँ कुछ लखु और कुछ उपन्यास लिखता रहता हूँ। मगर अफ़सोस की बात हैं की मेरी अभी एक भी कविता या कथा प्रकाशित नही हुआ हैं। क्यों की मैंने पहले शिझा को प्राथमिक दिया हैं फिर इस लेखन को अपनी उड़ान देना हैं। लेकिन यहाँ पे अपनी कविता, कथा और विचारों को आसानी से साझा किया जाता हैं। क्यों की एक लेखक की दिली तमन्ना होती हैं की उसकी लेखन को अधिक से अधिक लोग पढ़े, इस लिए ये मंच काफी सहायता पूर्ण हैं इसके लिए मैं इस मंच का तहे दिल से धन्यवाद दे रहा हूँ।