असहिष्णुता का बेवजह हो-हल्ला
आजकल चारों तरफ असहिष्णुता का शोर मचा रखा ह । मिडिया के पास जैसे और कोई मुददा ही न बचा हो । हर दूसरे तीसरे दिन कोई एक साहित्यकार, लेखक या कोई फ़िल्मकार मैडल लौटने की कह देता ह और मिडिया उस पर पूरा हो-हल्ला मचा देता । जिससे अल्प संख्यकों में असुरक्षा का माहोल पैदा होता है। विदेशों मेँ देश की छवि खराब