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सावन

10 जुलाई 2024

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सुनो सावन आ गया 
बारिश लेकर
इन बारिश की बूंदों में अपने
 इश्क़ की मिलावट कर दो ,

आ जाओ मेरे पास और
 मोहब्बत की कुछ सजावट कर दो..!!
कब्र से भी गहरा होता है सब्र स्त्री का
कभी उसे मापने की कोशिश तो नहीं कर रहे
छोड़ो सब कुछ , 
और आकर 
प्यार भरे लम्हों से 
जिंदगी को पूरा कर दो 

संगीता पीयूष गुप्ता 
जीवन की बगिया से
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रचनाएँ
रिश्तो के रंग
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रिश्ते कुछ दिल से कुछ सामाजिकता के। समय-समय पर रंग बदलते हैं रिश्ते कुछ खट्टे कुछ मीठे, कुछ प्यार के कुछ जबरदस्ती के निभाए ये रिश्ते
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लंबा सफर

5 जुलाई 2024
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https://youtu.be/i_49Ps6kVd4?si=ufEjnmagLyGhoskZ

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सावन

10 जुलाई 2024
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सुनो सावन आ गया बारिश लेकरइन बारिश की बूंदों में अपने इश्क़ की मिलावट कर दो ,आ जाओ मेरे पास और मोहब्बत की कुछ सजावट कर दो..!!कब्र से भी गहरा होता है सब्र स्त्री काकभी उसे मापने की कोशिश

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गुरु पूर्णिमा

16 जुलाई 2024
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"गुरु गोविंद दोउ खड़े काके लागू पाएं बलिहारी गुरु आपने गोविंद देव मिले"गुरु है शिक्षा का सागर ज्ञान बाटे सबको बराबर पूजा हो जिसकी ईश्वर सी, स्थान पाता सबसे ऊपर जीवन दाता भी आता बा

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जन्मते मरते रिश्ते

17 जुलाई 2024
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https://youtube.com/@jiwankibagiya?si=ta5H2YRqZnQHFZxO अक्सर रिश्तों को रोते हुए देखा है मैनेअपनों की ही बाँहो में मरते हुए देखा है मैनेटूटते, बिखरते, सिसकते,कसकतेरिश्तों का इतिहास, दिल पे लिखा ह

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यू ही ख़तम हो जाते हैं रिश्ते

17 जुलाई 2024
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कुछ खूबसूरत रिश्ते यू ही ख़तम हो जाते हैथोड़े दिन दिल से निभाने का दिखावा कर लोग दिमाग लगा जाते हैंकुछ लफ्ज़ भी मिठास सी घोल देते हैजैसे मै तो बस तुम्हारा हूंमतलब निकलते ही उन लफ्जो को नीम में ड

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रिश्तों का हिसाब

17 जुलाई 2024
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रिश्ते यू ही ख़तम हो जाते हैंकुछ खूबसूरत रिश्ते यू ही ख़तम हो जाते हैथोड़े दिन दिल से निभाने का दिखावा कर लोग दिमाग लगा जाते हैंकुछ लफ्ज़ भी मिठास सी घोल देते हैजैसे मै तो बस तुम्हारा हूंमतलब नि

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भ्रमित रिश्तों की उम्र

17 जुलाई 2024
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उम्र उसी रिश्ते की लंबी होती है जहां... लोग एक दूसरे को समझते है, परखते नहींना जाने कितने रिश्ते खत्म कर दिए उस भ्रह्म ने......"मै सही हूं, सिर्फ मैं ही सही हूं।"तेरा भी ये ब्रह्म एक दिन टूट ही जाएगा

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कोहरा

17 जुलाई 2024
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कोई आया ही नहीं कितना बुलाया मैंने,उम्र भर ज़माने को भी जगाकर रखा मैंने।तुम्हारे बिना वक्त भी अपाहिज हो चला था,ना दिन खिसकता था आगे ना राते चलती थी।सुहाने मौसम में तुम साथ तो चले थे पर लेकर चरित्र द

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Attitude

18 जुलाई 2024
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सूकून की बात करूँ तो,तुम्हार ख़्याल ही काफी है मेरे लिए तो।लेकिन आज फिर करके बेचैन मुझे उसने मेरा हाल न पूछा उसने खुद को व्यस्त बता नज़रें फैर ली मैंने भी कोई सवाल न पूछा

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